Wednesday 4 July 2018

70 साल की आज़ादी और हमारा संविधान....

70 साल की आज़ादी और हमारा संविधान

Constitution and Flag
संविधान 


हमारा देश से 15 अगस्त 1947 को अंग्रेज छोड़कर चले गये अक्सर Mostly हमे यही बताया कि जब अंग्रेज भारत छोड़कर गए तब हमें आज़ादी मिली लेकिन हम इसे अपनी सच्ची आज़ादी (True freedom) नहीं कह सकते थे ,अगर सही मायने में आज़ादी हमें मिली तो वह आज़ादी तब मिली जब डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर ने देश का  समता, स्वतंत्रता और बंधुता पर आधारित संविधान लिखा , जिसमें देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए तथा 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू Applicable हुआ लेकिन यह संविधान  केवल पन्नो पर रह गया है ।
 जब डॉ अंबेडकर ने इस देश का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ और उसी दिन संविधान सभा में पेश हुआ तब तब बाबा साहब ने संविधान सभा में भाषण देते हुए कहा कि “ मैं संविधान की अच्छाइयां  गिनाने नहीं जाऊंगा क्योंकि मुझे लगता है, कि देश संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो लेकिन उसको चलाने वालों की नियत (Devoted) साफ नहीं होगी , तो यह संविधान अंततः बुरा साबित होगा, लेकिन देश का संविधान कितना भी बुरा क्यों न हो, उसके चलाने वालों की नियत अच्छी होगी तो यह संविधान अच्छा साबित Well proven होगा ।


आज देश को  अंग्रेजों के 70 साल देश छोड़ने के बाद भी तथा संविधान लागू घोषित होने के 68 साल बाद भी इस देश में सामाजिक आर्थिक राजनीतिक रूप से गैरबराबरी की व्यवस्था है,  आज 21वीं सदी से भारत देश में आज भी जातिवाद के नाम पर अन्याय अत्याचार होता है तथा लोगों की जमीन हड़प ली जाती हैं । देश के संविधान में जो आरक्षण की व्यवस्था है उसे कमजोर किया जा रहा है ,  आज आए दिन बहुजन समाज की माताओं बहनों बेटियों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं होती हैं , देश में गरीबी भुखमरी बीमारी तथा धार्मिकता Religiousness के नाम पर दंगे आदि होते हैं ।
देश का 4 करोड़ से भी ज्यादा युवा वर्ग बेरोजगारी और पलायनवाद (Unemployment and escapism) का शिकार है, आये दिन किसानों की आत्महत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं, आज इस देश में किसान ,मजदूर ,नौकरी पेशा वाले, तथा छोटे व्यापारियो  की स्थिति बद से बदतर (bad to worse) हो गई है ।
ऐसा इस देश में जिसने 70 सालों तक राज किया है और कर रहे हैं ,इन्होंने कभी संविधान को सच्चे मन से लागू (Applicable) नहीं किया, तथा ब्राह्मणवादियों मनुवादी तत्वों ने देश के संविधान को कभी लागू नहीं किया केंद्र में चाहे बीजेपी की सरकार रही हो , चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो इन्होंने कभी संविधान को पूर्णतः लागू नहीं किया बल्कि Constitution को कमजोर करने की कोशिश की गई ।
इन ब्राह्मणवादी लोगों ने संविधान को खत्म करने की कोशिश की लेकिन कांशीराम साहब जैसे बहुजन नेताओं (Bahujan leaders) के कारण ऐसा नहीं कर पाए लेकिन अब 21वीं सदी में केंद्र व राज्यों में BJP RSS की सरकारें होने के कारण एक बार फिर संविधान पर खतरा बढ़ गया है और अगर 2019 में BJP की सत्ता में वापसी होती है तो यह संविधान बदल देंगे तथा इस देश को हिंदू राष्ट्र बना देंगे ।
बयान अनन्त कुमार हेगड़े
अनंत कुमार हेगड़े का बयान
हम यह बात ऐसे ही नहीं लिख रहे हैं इस Article के माध्यम से सभी लोगों को याद दिलाना चाहता हूं की 25 दिसंबर 2017 को  भारतीय जनता पार्टी के Central Minister अनंत कुमार हेगड़े का बयान सामने आया  उन्होंने कहा कि 2019 में संविधान बदलने के लिए सत्ता में फिर वापसी करेंगे ।
BJP के  central minister  का ऐसा बयान इस बात को साबित करता है कि ब्राह्मणवादी सरकारें देश में संविधान को खत्म करना चाहती हैं तथा ब्राह्मणवादी लोग इस देश के संविधान को खत्म (Finish) करके हिंदू राष्ट्र बनाने की ओर जा रहे हैं हिंदू राष्ट्र का मतलब है इस देश में मनुवादी व्यवस्था एक बार फिर वापस आना ,  हिंदू राष्ट्र में हिंदू धर्म के अनुसार इस देश को ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य तथा शूद्र चार वर्णों में विभाजित (Divided) किया जाएगा, ब्राह्मणवादी व्यवस्था का मतलब है ऊंच-नीच जातिवाद पाखंडवाद अंधविश्वास वाली  व्यवस्था , अगर इस देश में यह व्यवस्था लागू हो गई तो वर्ण व्यवस्था में जो सबसे निचले स्थान पर शुद्र 52% OBC ,SC ST और सभी वर्ग की महिलाओं को Women of all classes कोई भी अधिकार नहीं दिए जाएंगे और इनकी स्थिति बहुत ही खराब हो जाएगी ।
अगर इस ब्राह्मणवादी सरकारों को रोकना है तो देश के 85% बहुजन समाज को एक होना पड़ेगा तथा उन्हें 2019 के चुनाव में ब्राह्मणवादी सरकारों को सत्ता  से बाहर का रास्ता दिखाना होगा तभी यह व्यवस्था तथा संविधान (Constitution) को हम बचा सकते हैं ।

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Rahul Bouddh

Jai Bheem My name is Rahul. I live in Sagar Madhya Pradesh. I am currently studying in Bahujan Awaj Sagar is a social blog. I publish articles related to Bahujan Samaj on this. My purpose is to work on the shoulders from the shoulders with the people who are working differently from the Bahujan Samaj to the rule of the people and to move forward the Bahujan movement.

3 comments:

  1. Nice post sahi likha h apne ki agr Bsp ki sarkar nhi aai to or vi jada अन्याय अत्याचार बढ़ जाये गए

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धन्यवाद