Saturday, 22 December 2018

अम्बेडकर स्टूडेंट फोरम ने 80% फिलोशिप बढ़ाने के लिए MHRD मिनिस्टर को सौंपा ज्ञापन

अम्बेडकर स्टूडेंट फोरम ने 80% फिलोशिप बढ़ाने के लिए MHRD मिनिस्टर को सौंपा ज्ञापन

Ambedkar Student Forum
Ambedkar Student Forum

22 दिसम्बर 2018, वर्धा कैम्पस
    आज देशव्यापी फ़ेलोशिप के तहत 80% बढ़ोतरी के लिए प्रदर्शन ‘अम्बेडकर स्टूडेंट्स फोरम (एएसएफ़) छात्र-संगठन महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के गांधी हिल पर रिसर्च स्कॉलरों ने मिलकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस संबंध में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के कुलसचिव के द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार को एक 10 मांगों का ज्ञापन भी भेजा जाएगा। प्रदर्शन में रिसर्च स्कॉलरों ने कहा कि वर्तमान केंद्र की सरकार ने शिक्षा का बजट बढ़ाने के बजाए कटौती करने का काम किया है। जबकि विदेशों में शिक्षा पर प्रतिवर्ष शिक्षा पर बजट बढ़ाया जाता है। हमारे देश में 7वें वेतन आयोग की सिफ़ारिशों की वजह से देश के सभी कर्मचारियों का वेतन बढ़ा है। देश के नेताओं द्वारा एक दिन का भी विधायक/सांसद बनने पर वह सारी सुविधाएं लेने का हकदार बन जाते हैं। लेकिन एक रिसर्च स्कॉलर जो अपनी उम्र के उस पढ़ाव पर रहता है। जहां वह अपने शोध कार्यों में होने वाले खर्च को परिवार वालों से मांगकर वहन नहीं कर सकता है। दिन पे दिन बढ़ती हुई मंहगाई के कारण शोध से संबंधित जरूरतों को फेलोशिप से पूरा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में गुणवत्तापूर्ण सामाजिक हित के शोध कार्य की कैसे हम उम्मीद कर सकते हैं।
    
    आगे रिसर्च स्कॉलरों ने कहा कि इससे पहले फ़ेलोशिप समय-समय पर मंहगाई के कारण बढ़ाई गई है। लेकिन केंद्र कि सरकार ने चार वर्ष पूर्ण होने को हैं अभी तक कोई बढ़ोतरी नहीं की है। देश में जितने भी रिसर्च हो रहे हैं उन सभी स्कॉलरों की फ़ेलोशिप बढ़ाई जाने के लिए पुरजोर समर्थन किया। और कहा कि मौजूदा सरकार ये मत भूले की डंडे और पुलिस के बल पर छात्रों की आवाज को दबाने का काम कर लेगें। अभी तो ये  प्रदर्शन विश्वविद्यालयों में अपनी मांगों को लेकर हो रहा है। अगर शीघ्र हमारी मांगे पूर्ण न होने पर कैम्पस से लेकर सड़क तक सभी छात्र-संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगें। इस प्रदर्शन का संचालन बौद्ध अध्ययन विभाग के पी-एच.डी., रिसर्च स्कॉलर दिनेश पटेल द्वारा किया गया। इस प्रदर्शन में हिंदी विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के पीएचडी रिसर्च स्कॉलर, रजनीश कुमार अम्बेडकर, ब्रजेन्द्र कुमार गौतम, श्वेता, अनिल कुमार, दिलीप गिरहे, पन्नालाल, दीनानाथ यादव, माधवी, शिल्पा भगत, राहुल, नरेश गौतम, रंजीत निषाद, राकेश आदि शामिल हुए।  

जारीकर्ता
                                        (रजनीश कुमार अम्बेडकर)
            कृते केंद्रीय समिति, अंबेडकर स्टूडेंट्स फोरम (ASF)
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
Email: asf.asfmgahv@gmail.com                              





Tuesday, 4 December 2018

बुलंदशहर हिंसा को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने प्रेस ज्ञप्ति

आज बुलंदशहर हिंसा को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने प्रेस ज्ञप्ति जारी गई है वो इस प्रकार है :-

BSP PRESS RELEASE
BSP PRESS RELEASE

1.देश की राजधानी दिल्ली के समीप पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले में भीड़ हिंसा के दौरान जबर्दस्त अराजकता, पुलिस थाना की आगजनी व अन्य तोड़फोड़ तथा उसमें पुलिस कोतवाल सहित दो लोगों की हत्या के लिये प्रदेश की बीजेपी सरकार की गलत व लापरवाह नीतियों को पूरी तरह से कसूरवार व जिम्मेवार ठहराते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने कहा कि हर प्रकार की अराजकता को संरक्षण देने का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े व विकास के लिये तरस रहे राज्य में बीजेपी का जंगलराज कायम है जिसमें अब कानून के रखवाले भी बलि चढ़ रहे हैं जो अति दुःख व चिंता की बात है।

2.बुलन्दशहर की कल की हिंसक घटना का शिकार हुये पुलिस अधिकारी व एक निर्दोष युवक की मौत पर गहरा दुःख व संवेदना व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने अपने बयान में कहा कि अब समय आ गया है कि बीजेपी व इनकी सरकारों को इनके ही द्वारा उत्पन्न किये गये भीड़तंत्र के हिंसक व अराजकता के राज को खत्म करने के लिये देश व प्रदेशों में कानून का राज स्थापित करने का पूरी ईमानदारी से प्रयास करना चाहिये ताकि देश के संविधान व लोकतंत्र को भीड़तंत्र की बलि चढ़ने से आगे रोका जा सके, जो कि अत्यंत ही जरूरी है।

2.इसी समय कल ही राजधानी लखनऊ में बीजेपी के एक और युवा नेता श्री प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की हत्या का उल्लेख करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि बीजेपी की बढ़ती हुई भीड़तंत्र की उग्र व हिंसक स्थिति का शिकार अब स्वयं बीजेपी के लोग ही होने लगे हैं क्योंकि पहले दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को अपनी हिंसा व उग्रता का शिकार बनाने वाले ये अराजक लोग अब अपनी आदतों से मजबूर हो गये लगते हैं और ऐसी स्थिति में बीजेपी की सरकारें सख़्त कदम उठाने का अपना कर्त्तव्य निभाने से पूरी तरह से विफल साबित हो रही है, जो सर्वसमाज के लिये अत्यंत ही चिंता का माहौल पैदा कर रही है।

3.बुलन्दशहर की अति-दुःखद घटना में मृतकों के परिवारों को केवल समुचित अनुग्रह राशि देना ही उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार के लिये काफी नहीं होना चाहिये बल्कि इस हिंसा के लिये सभी दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा समय पर दिलाना भी सुनिश्चित किया जाना चाहिये ताकि देश को ऐसा महसूस हो कि उत्तर प्रदेश में कोई सरकार भी है।
BSP Press note
BSP Press note

1. During the mob violence in Bulandshahr district of western Uttar Pradesh, near Delhi's capital Delhi, the wrong and careless policies of the BJP government in the state for the killing of two people, including the fierce anarchy, the police station's arson and other vandalism, and police Kotwal in it. Taking full responsibility and responsible, BSP National President, Uttar Pradesh's former Chief Minister and former MP Ms. Mayawati said that it is the result of protecting all kinds of lawlessness that the bigger states such as Uttar Pradesh are in the state of longing and the BJP's Jangrajraj is in the state, The keepers of the people are sacrificing that which is a matter of great sorrow and worry.

2. Expressing deep sorrow and condolences on the death of a policeman and a innocent youth of the violent incident of Bulandshahr yesterday, Ms Mayawati in her statement said that the time has come that the BJP and its governments have To end the rule of violent and chaos of the mobilization generated, should be sincerely trying to establish the rule of law in the country and the states so that The constitution and democracy of the country can be prevented from being sacrificed to the crowd, which is very necessary.

2. Earlier this time, while mentioning the murder of another young leader of BJP, Shri Pratyushmani Tripathi in the capital, Lucknow, Ms. Mayawati said that the fierce and violent situation of the growing mobility of BJP has now become the cause of the people of BJP itself. Because these chaotic people, who have been victim of their violence and aggression to the first Dalits, backward, Muslim and other religious minorities, are now compelled by their habits. In such a situation, the BJP governments are proving to be totally failed due to their duty to take a drastic step, which is creating an atmosphere of concern for the common people.

3.In the highly tragic incident of Bulandshahr, only giving proper gratuity to the families of the dead should not be enough for Uttar Pradesh BJP government, but also to ensure that all the culprits are severely punished at the time of punishment. The country feels like there is a government in Uttar Pradesh.
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Poluplar teg's:- #mayawati,#बुलंदशहर,#BSP,#BJP

Monday, 24 September 2018

मायावती जी को प्रधानमंत्री बनना जरूरी क्यों

मायावती जी को प्रधानमंत्री बनना जरूरी  क्यों ….


मायावती जी को प्रधानमंत्री बनाना जरूरी क्यों है इसका सवाल जवाब लोगों को देना जरूरी है,  यह सवाल अक्सर लोग पूछा करते हैं कि मायावती जी प्रधानमंत्री बनने के बाद ऐसा क्या करेगी जो देश की जनता उन्हें प्रधानमंत्री बनाएं ।
सवाल का जवाब है कि मायावती जी ही देश की केवल एक मात्र ऐसे नेता है ,जो संपूर्ण मानव समाज का भला सोचती हैं क्योंकि मायावती जी खुद मानवतावादी अंबेडकरवादी है और अंबेडकरवादी कभी चींटी के साथ भी कभी नाइंसाफी नहीं कर सकता है फिर तो मानव की बात है और मायावती जी फुले,शाहू,अंबेडकर के आंदोलन को आगे बढ़ाने वाली एकमात्र नेता हैं ।
आज आजादी के 72 साल होने के बाद भी देश का प्रधानमंत्री कोई दलित नहीं बन पाया है , यह पहला मौका है जब हम इस देश के दलित,शोषित,पीड़ित समाज की महिला को हम प्रधानमंत्री बनाएंगे । पिछले 72 सालों की राजनीति में बहुजन( SC, ST ,OBC and Minority) समाज के साथ अन्याय अत्याचार हुए उन्हें साज़िश के तहत  बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर ने संविधान में जो अधिकार दिए हैं उन अधिकारों का हनन होता रहा है उन्हें साज़िश के तहत शिक्षा से दूर किया गया ज़मीन से दूर किया गया रोज़गार से दूर किया गया, 72 साल से  मनुवादी लोग 85% बहुजन समाज पर 15 % वाले मनुवादी सोच वाले अमानवतावादी सोच वाले लोग हम पर शासन कर रहे हैं । तथा यह लोग हमारे वोटों की लूट कर रहे हैं , इन 72 सालों में कोई दलित शोषित समाज का प्रधानमंत्री नहीं बन पाया है 2019 में मौका है कि हम बहन मायावती जी को प्रधानमंत्री बनाये ।
आज देश में जब से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार बनी है तब से देश 20 साल पीछे हो गया है,देश में महँगाई बढ़ गई है देश में अन्याय अत्याचार हो रहे हैं बलात्कार हो रहे हैं sc.st.obc तथा मुस्लिमों के साथ आए दिन आयेे दिन घटनाएं  हो रही है शिक्षा का स्तर कम हो रहा है , सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में 4 करोड़ से ज्यादा युवा बेरोजगार घूम रहे हैं ,यह सब भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में हुआ है और इस शासनकाल से बहुजन समाज के अलावा सवर्ण समाज भी परेशान हो गया है, आज देश केें किसान परेशान, मजदूर परेशान ,कर्मचारी परेशान, छोटे व्यापारी परेशान, सभी लोग बहुत ही ज्यादा परेशान और त्रस्त हो चुके हैं।


अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार अगले 5 सालों तक और रही तो यह जो डॉ बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा लिखित जो संविधान हैं उस संविधान को खत्म करके हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा संविधान खत्म करने का ट्रेलर अभी आप 9 अगस्त को देख चुके हैं अगर 2019 के बाद ही फिर सत्ता में वापसी पूरा संविधान खत्म कर देंगे,  और यह देश एक बार फिर गुलाम बन जायेगा तथा यह देश धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र न होकर, लोकतांत्रिक राष्ट्र न होकर हिंदू राष्ट्र बन जाएगा, और हिंदू राष्ट्र बनने का मतलब है इस देश में वर्ण व्यवस्था के आधार पर शासन व्यवस्था बनाए रखना । हिंदू राष्ट्र घोषित होने का मतलब है यह देश 5000 साल पीछे की ओर चले जाना, अगर देश हिंदू राष्ट्र घोषित हो गया तो ब्राह्मण ,बनिया ,ठाकुर की महिलाएं भी सुरक्षित नहीं रहेंगी क्योंकि हिंदू राष्ट्र के अनुसार महिलाएं  अपवित्र हैं शूद्रों के समान हैं तथा हिंदू धर्म ग्रंथों में महिलाओं को कोई भी अधिकार नहीं दिए हैं । अतः देश को बचाने के लिए भी देश की जनता को मायावती जी को प्रधानमंत्री बनाना पड़ेगा ।

  देश के लिए मायावती जी का प्रधानमंत्री बनना जरुरी क्यों:-

➡️देश की सुरक्षा के लिए…..
➡️रोजगार के लिए……..
➡️जातिवाद से मुक्ति के लिए….
➡️डॉ बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान देश में पूर्णता: लागू करने के लिए
➡️देश में बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए
➡️महिलाओं तथा SC,ST,OBC तथा मुस्लिम     समाज के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार को    जड़ से खत्म करने के लिए
➡️देश में समान शिक्षा लागू करने के लिए
➡️सामान स्वास्थ्य सेवाएं लागू कराने के लिए
➡️सवर्णों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिलाने के लिए
➡️बहुजन समाज को संख्या के आधार पर धन धरती दिलाने के लिए……
➡️देश में संख्या के आधार पर उसकी भागीदारी तय करने के लिए...
➡️लोकतंत्र बचाने के लिए …..
➡️संविधान को बचाने के लिए
अगर देश की भलाई सच में बिना कोई जातिवादी मानसिकता के तथा देश की एकता और अखंडता चाहता है तो बहन कुमारी मायावती जी को प्रधानमंत्री बनाना होगा क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं पिछले 72 सालों में भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस ने इस देश पर शासन किया है अब वक्त आ गया है कि देश का कोई तीसरा दल देश का प्रधानमंत्री बने और इस देश के लिए जरूरी है ।


आप मायावती जी को  प्रधानमंत्री बनाने के बारे में  क्या विचार रखते हैं आप हमें कमेंट में  अवश्य बताएं तथा आप भी देश की भलाई के लिए बहन जी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं  तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ।
बहुजन आवाज़ इंडिया यूट्यूब चैंनल की वीडियो देखने के लिए फ़ोटो पर टच करे व चैनल को सब्सक्राइब करें

Thursday, 20 September 2018

छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से BSP की बड़ी खबर

छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से BSP की बड़ी खबर

Mayawati ji and Ajit Jogi
Mayawati ji and Ajit Jogi
आज 20 सितंबर को बहुजन समाज पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी करके छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश में 2018 में होने वाले चुनाव को लेकर बड़ा फैसला लिया, छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी तथा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के साथ गठबंधन किया जिसने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया आपको बता दें कि अजीत जोगी आदिवासी समाज से आते हैं उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद IAS बने तथा मंत्री सांसद बने तथा 2001 में छत्तीसगढ़ के सबसे पहले मुख्यमंत्री बने कांग्रेस से मतभेद के बाद उन्होंने अपनी पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की स्थापना की और अभी होने वाले चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन किया ।
गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी को 35 सीटें तथा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस को 55 सीटों पर गठबंधन हुआ तथा अजीत जोगी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बहन मायावती जी ने घोषित किया । मायावती जी ने कहा कि “ भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से पावर में हैं तथा BJP ने 15 सालों में कुछ नहीं किया जो जी का सेक्शन के लोग हैं दलित पिछड़ा आदिवासी के लोग हैं अपर कास्ट के लोग हैं किसान मजदूर मेहनतकश लोग हैं उनके लिए केवल मीडिया में बरबरी घोषणाएं घोषित करते रहे लेकिन जमीनी हकीकत में कुछ काम नहीं हुआ है ”
वहीं मध्यप्रदेश में भी बहुजन समाज पार्टी ने 22 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है ऐसे में अब देखना होगा कि बहुजन समाज पार्टी इन मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ राजस्थान 3 राज्यों के चुनाव में कैसा प्रदर्शन करती है यह पार्टी के प्रदर्शन के आधार पर पता चलेगा ।
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BSP big news from Chhattisgarh Madhya Pradesh



Today on 20th September Bahujan Samaj Party took a big decision on the elections in Chhattisgarh and Madhya Pradesh by releasing a press conference on September 20, with the Bahujan Samaj Party in Chhattisgarh and the Chhattisgarh Janata Congress, which together with Chhattisgarh Chief Minister Ajit Jogi, Chief Minister Announced the candidate for the post, tell you that Ajit Jogi comes from tribal society After IAS became an IAS and Minister became a Member of Parliament and after becoming the first Chief Minister of Chhattisgarh in 2001, after the differences with the Congress, he founded his party Chhattisgarh Janata Congress and formed a coalition of Bahujan Samaj Party in the upcoming elections.

In the coalition, the Bahujan Samaj Party got 35 seats and Chhattisgarh Janata Congress got 55 seats and Ajit Jogi was declared the Chief Ministerial candidate by sister Mayawati. Mayawati ji said that "Bharatiya Janata Party has been in power for the past 15 years and BJP has done nothing in 15 years, people of G section are people of Dalit backward tribal people. People of Upper cast are farmers laborers working for them. He continued to declare barbarity announcements only in the media, but in the ground reality there was no work "
At the same time, Bahujan Samaj Party has released the first list of 22 candidates in Madhya Pradesh, and now it is necessary to see how Bahujan Samaj Party demonstrates how the Madhya Pradesh Chhattisgarh performs in the elections of three states in Madhya Pradesh, depending on the performance of the party.

Sunday, 16 September 2018

बिना नाम लिए चंद्रशेखर रावण पर बहन जी का बयान

बिना नाम लिए चंद्रशेखर रावण पर बहन जी का बयान

सभी साथियों को जय भीम आज बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें बहन जी ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण पर बयान दिया यह बयान मैं शेयर कर रहा हूं तथा आप अपनी राय दें...
Chandrashekhar
Mayawati ji and Chandrashekhar Ravan

कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ में तो ,कुछ लोग अपने बचाव तथा कुछ नौजवान दिखाने के लिए भी दिखाने के लिए भी जबरदस्ती का मेरे साथ कभी भाई बहन का तो कभी बुआ भतीजे का रिस्ता जोड़ देते है ,
उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में कराया गया खूनी कांड , में दलित उत्पीड़न कांड, इसमें शामिल केरल के साथ अभी-अभी व्यक्ति समाज में इन सब कमियों पर पर्दा डालने के लिए अब वह भी अपना जबरदस्ती का मेरे साथ बुआ और भतीजा का रिश्ता बता रहा है, इस किस्म के सभी लोगों को यह बताना चाहती हूं ,कि मेरा वास्तव में सही मायने में किसम के लोगों से, कभी भी पूरे तहे दिल व सम्मान के साथ रिश्ता नहीं हो सकता, बल्कि पूरे देश में पूरे सम्मान के साथ मेरा रिश्ता देश के केवल दलित, आदिवासियों के अन्य कमजोर वर्गों के लोगों से जिनके लिए मैंने अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की मुझे अपना आदर्श मानकर चलता हमेशा में सुख दुख की घड़ी में मेरे साथ खड़े रहे हैं ,इसके साथ-साथ यह सावधानी के तौर पर खासकर दलितों आदिवासियों के अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों यह भी कहना चाहूंगी कि जिन लोगो ने वर्षो से आये दिन ऐसे बहुत से हजारों संगठन  चला आ रहे हैं, इसकी आड़ में वह किसी वे किसी न किसी अपनी रोजी रोटी का धन्धा चलते रहते है , और अपने समाज के लोगों के सामने और जो लोग अपने समाज के लोगों के सामने कहते कहते कुछ है और करते कुछ और है ,इसलिए सभी स्वार्थी किस्म के संगठनों में तत्वों के लिए इन वर्गों के लोगों को जरूर सावधान होना चाहिए ।  और इतना ही नहीं इस किस्म के वास्तव में व पूरी ईमानदारी से हमारे हितेशी व शुभचिंतक होते तब फिर लोगों को अपना कोई अलग संगठन बनाने की जरूरत न होती बल्कि फिर यह लोग पूरे देश में अपनी मातृ हितेषी बा कल्याणकारी पार्टी अर्थात BSP के झंडे के नीचे जुड़कर ही परम पूज्य डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर तथा मान्यवर कांशीराम साहब के मूवमेंट को  आगे बढ़ाते ।

In english






Some people, in their political interest, also show somebody to show their defense and show some young men, forcibly join me with the brother's sister and also the buoyant nephew,



In the bloody murder case of Shabbirpur village in the district of Saharanpur in Uttar Pradesh, the Dalit Harassment scandal, included in it, included in it, now in person to cover all these shortcomings in the society, now she also forcibly bunga and nephew Relationship is telling, I want to tell all the people of this kind, that in reality I really do not have relationships with the people of Kisam, and with complete heart and respect. It can be, but my relation with whole respect throughout the country is only with the people of the dalit, other weaker sections of the tribals, whom I dedicate my whole life to myself as my ideal and always stand in front of me in times of sadness Along with this, as a precaution, especially among the people of other backward classes of the dalit tribal people, I would like to say that those who have come from years of age Thousands of organizations are coming out from under it, under the guise of it, they are going to walk some other way to their livelihood, and in front of people of their own society and those who say in front of the people of their society and do something There is something else, so for all elements of selfish kind of organizations, people of these sections must be careful. Not only this, but in reality and sincerely, we would have no need to create a separate organization, but then these people would have to go all over the country under the flag of our Maternal Welfare Party, ie BSP. By joining the movement of the supreme worshiper Dr. Babasaheb Bhimrao Ambedkar and the legendary Kanshi Ram Sahab.
Related Article:- चंद्रशेखर रावण का महागठबंधन को समर्थन

Wednesday, 29 August 2018

सामाजिक कार्यकर्ताओं के Arrest पर मायावती जी का बयान

सामाजिक कार्यकर्ताओं के Arrest पर मायावती जी का बयान

BSP Press Release
आज बहन मायावती जी ने 5 सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के मुद्दे पर Press Release जारी की जिनके नाम वीर वरराव राव, अरुण फरेरिया, गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज, वरनॉन गोंजाल्वेस शामिल है
आज 29 अगस्त को मायावती जी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके 5 Social Workers देशभर के जो गिरफ्तार किए गए हैं उनको लेकर बहन जी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है ,
देशभर में सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी को बसपा प्रमुख Mayawati Ji ने निरंकुश तथा सत्ता का दुरुपयोग बताया है ।
आपको बता दें कि 7 शहरों में पुलिस ने रेड डालकर 5 सामाजिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है जिनमें हैदराबाद के वीर वरराव राव, अरुण फरेरिया, गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज, वरनॉन गोंजाल्वेस जैसे पांच एक्टिविस्ट पर कार्रवाई करके गिरफ्तार कर लिया गया है, बहन जी की Press Release के मुख्य बिंदु आपसे शेयर कर रहा हूं इसे पढ़ें और अधिक से अधिक  व्यक्तियों तक पहुंचाए ।
1.भीमा कोरेगांव में दलितों की जबरदस्त एकजुटता BJP सरकार को पसंद नहीं आई है ,समारोह के बाद हिंसा फैलाई गई और उसकी आड़ में दलितों पिछड़ों आदिवासियों के हक के लिए काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं  Social Workers) की धड़पकड़ की जा रही है ।
2. BSP प्रमुख के अनुसार यह लोग अन्याय और अत्याचार और जमीन से बेदखली के मामलों में कोर्ट कचहरी में संघर्ष करते हैं ।
3.आतंक और डर फैलाने के उद्देश्य में करी गई कल देशभर में हुई गिरफ्तारियां, BJP सरकार की निरंकुशता की पराकाष्ठा और जितनी भी निंदा की जाए वो कम है ।
4. देश के कवि ,महिला, वकील, प्रोफेसर बुद्धिजीवियों Intellectuals के गिरफ्तारी से अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान बांटना चाहती है सरकार ,इस द्वेषपूर्ण कार्रवाई से लोगों में व्यापक आक्रोश है ।
5. भीमा कोरेगांव मामले में जिनके खिलाफ FIR है ,उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है सरकार ,इसके बजाय उन विख्यात लोगों को Arrest किया जा रहा है जिनका सार्वजनिक जीवन खुली किताब है ।
6. इन सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों पर नफरत फैलाने का आरोप बेतुका और विद्वेषपूर्ण malicious है ।
7. 5 लोगों की गिरफ्तारियां उस दौर की याद दिलाता है जब गुजरात में CM की हत्या की साजिश की आड़ में लगातार पुलिस एनकाउंटर हुए थे ।
8. BJP को ऐसी जनविरोधी और कार्यप्रणाली से बचना चाहिए ।
उम्मीद है इस प्रेस विज्ञप्ति के मुख्य बिंदुओं को आप पढ़ेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करेंगे ।
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BSP Press Note
Press Release Note
Mayawati's statement on the arrest of social workers

On August 29, Mayawati issued a press release and she has issued a press release regarding 5 social workers who have been arrested all over the country,

The arrest of social workers and intellectuals across the country has been described by BSP chief Mayawati as autocratic and misuse of power.

Let us tell you that in seven cities, police have arrested 5 social workers by arresting Red, in which five activists of Hyderabad, Veer Varavarao Rao, Arun Ferreya, Gautam Navlakha, Sudha Bharadwaj, Varanon Gonzalez have been arrested and arrested, sister I am sharing with you the main points of the press release and read it and reach more people.

1. The great unity of Dalits in Bheema Koregaon has not been liked by the BJP government, violence has been spread after the ceremony and under the guise of social workers working for the rights of Dalits and backward tribals is being thrashed.

2. According to the BSP chief, these people fight in Court Courts in cases of injustice and tyranny and eviction from the land.

3. The purpose of spreading terror and fear is to bring the arrests of the nation, the absolutism of the BJP government's autocracy and the condemnation of the same as it has been done.

4. The government wants to share the attention of people with their failures from the arrest of the poets, women, lawyers, professors and intellectuals of the country, there is widespread anger among the people with this malicious act.

5. In the Bhima Koregaon case, the FIR against whom the FIR is not arrested, the government is instead arresting those famous people whose public life is open book.

6. The allegation of spreading hatred on these social workers and intellectuals is absurd and malicious.

7. The arrest of 5 people reminds of the time when there were constant police encounter under the guise of murder of Chief Minister in Gujarat.

8. BJP should avoid such anti-people and methodology.

Hopefully you will read the main points of this press release and share it to as many people as possible.
Source by:- Dalit News Network

Tuesday, 28 August 2018

मायावती जी ने किया BJP पर हमला

मायावती जी ने किया BJP पर हमला


आज 28 अगस्त को बसपा प्रमुख बहन मायावती जी Press release जारी करके केरल में हुई आपदा पर शोक जताया है और साथ ही बसपा प्रमुख ने केंद्र की सरकार (Central Government) पर हमला बोला है और कहा है कि केंद्र की सरकार  केरल के साथ सौतेला व्यवहार करने की कड़ी निंदा करी Press release की मुख्य बिंदु सभी से शेयर कर रहा है उम्मीद है इसे पढ़ेंगे और Share करेंगे ।

1.केरल में आई बाढ़ शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी है ।

2.आपदा से परेशान लोगों के साथ BJP और केंद्र सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है ।

3.केरल की बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करके पुनर्वास Rehabilitation में हर संभव मदद करनी चाहिए ।

4.बहन जी ने कहा कि ,केरल के साथ-साथ कर्नाटक में भी सभी प्रकार की मदद करनी चाहिए ।

5. केंद्र सरकार का रवैया पूरे मामले में गंभीर और संवेदनशील (sensitive) नहीं रहा और न ही सरकार केरल की बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर रही है और न ही States GST में सेस लगाने की अनुमति दे रही है ।

6. इसे भाजपा की संक्रिया राजनीति नहीं कहा जाए तो और क्या कहा जाएगा ।

7. BSP के दक्षिण के सभी राज्यों की यूनिट से तन मन धन से मदद करने के निर्देश दिए हैं ।

8. 10 लाख परिवार वह घर हो गए हैं जो कि एक महाविपत्ति कहां जाएगा, ऐसी घोर आपदा में केंद्र और राज्य को राजनीतिक संकीर्णता बुलाकर मदद के लिए आगे आना चाहिए ।

9. केंद्र की घोर उदासीनता और निष्क्रियता (Inactivity) का परिणाम है कि मुख्यमंत्री की दुनिया भर के मलयाली केरलवासियों से सहायता मांगने पड़ रही है, और साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्रियों को हवाई दौरों की जगह जिला प्रशासन को संसाधन resources मुहैया कराए जाने चाहिए ।
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Mayawati ji attacked again on BJP:-
Today, on August 28, BSP chief Mayawati has expressed condolence over the disaster in Kerala by issuing a press release, and the BSP chief has attacked the central government and said that the central government has strongly condemned the step of dealing with Kerala. Curry is sharing the key point of the press release, hoping to share it and share it.

1. The flood in Kerala is the biggest tragedy of the century.

2. The BJP and the Central Government have treated the step with the people troubled by the issue.

3. All possible help should be made in rehabilitation by declaring the flood of Kerala as a national calamity.

4. Mayawati ji said that all kinds of help should be done in Karnataka as well as in Karnataka as well.

5. The attitude of the Central Government has not been serious and sensitive in the whole matter, nor is the government declaring the flood of Kerala as a national calamity nor is the state permitting to cede the GST.

6. If it is not called BJP's operational politics then what will be said.

7. The BSP has instructed all the states in the South to help with money.

8. 10 lakhs of families have become a house where a mahapatta will go, in such a disaster, the Center and the State should come forward for help by calling political conservatives.

9. The outcome of the Center's grim indifference and inaction is that the chief minister is seeking help from Malayalee Keralites all over the world, and also said that the ministers should be provided resources to the district administration instead of air trips.
BSP Press release note
BSP Press release note


Source by:- Dalit News Network

Thursday, 16 August 2018

अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर BSP की प्रेस ज्ञप्ति



अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर BSP की  प्रेस ज्ञप्ति
कल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया तथा कल BSP सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती जी ने प्रेस विज्ञप्ति release जारी करके शोक व्यक्त किया है और कहा है कि राष्ट्र की ऐसी क्षति damage है जिसको पूरा नहीं किया जा सकता है :-

1.पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर Mayawati ji ने गहरा दुख व्यक्त किया ।

2.ग्वालियर में जन्मे श्री वाजपेयी ने पत्रकारिता journalism से जीवन शुरू किया और बाद में लखनऊ सीट से कई बार सांसद चुने गए ।

3.कवि मन वाले श्री वाजपेयी को सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान (remembered) के लिए हमेशा याद किया जाएगा ।

4.श्री वाजपेयी चार दशकों से भी ज्यादा भारतीय राजनीति में सक्रिय active रहे हैं

5.श्री वाजपेयी पहले जनसंघ और बाद भाजपा में रहने के बावजूद व्यापक तौर पर सम्मान honor की दृष्टि से देखे जाते थे ।
6.उन्होंने हमेशा पार्टी और सरकार में रहते हुए देश और society की भलाई करने का प्रयास किया है ।

7.उनके बारे में कहा जाता है कि वह सही सोच thinking वाले नेता थे लेकिन गलत पार्टी में रहे ।

8.सांसद केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उनके अमूल्य योगदान  को सदा याद remember किया जाएगा ।

9.भाजपा कि वर्तमान सरकार में भी श्री वाजपेयी की पाकिस्तान और कश्मीर संबंधी नीतियों को लोगों ने लगातार याद remember किया ।

10.लोगों का मानना है कि अगर स्वस्थ रहते तो भाजपा कभी इतना जन विरोधी सुकुचित अहंकारी और विद्वेषपूर्ण  नीति वाली Party नहीं बनती ।

11.मायावती जी ने कहा कि अगर से वाजपेयी स्वस्थ रहते तो देश country में हिंसा आफतकारी के माहौल के बजाय शांति और सदभाव  होता ।

In English
BSP press release on Atal Bihari Vajpayee's demise

Last day, due to a prolonged illness of former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee, and yesterday, BSP supremo Bahan Kumari Mayawati has expressed her condolence by issuing a press release and said that there is such a damage to the nation which can not be fulfilled: -

1. Mayawati expressed her deep condolences on the passing away of former Prime Minister Shri Atal Bihari Vajpayee.

2. Born in Gwalior, Shri Vajpayee started life from journalism and later many times MP from Lucknow constituency was elected.

3. Shri Vajpayee, who has a mind-set, will always be remembered for his contributions in public life.

4. Shri Vajpayee has been active in Indian politics for more than four decades.

5. Shri Vajpayee was widely seen in honor of the people in the Jana Sangh and later in the BJP.

6. He has always tried to do good for the country and society while living in the party and government.

7. They are said to be leaders of right thinking but staying in the wrong party.


8. Union Minister and his priceless contribution in the form of Prime Minister will be always remembered.

9. Bhajpa that in the current government, people have repeatedly remembered Shri Vajpayee's policies regarding Pakistan and Kashmir.


10. People believe that if it is healthy, then the BJP is never a party of anti-people, anti-egoistic and malicious policy.

11. Mayawati said that if Vajpayee was healthy, then there would be peace and harmony instead of violence in the country.